उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हाल ही में हुवे एक कार्यक्रम के दौरान भारत गौ रक्षा मिशन के राष्ट्रीय सचिव मोहर सिंह जी ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक से मुलाक़ात की। इस महत्वपूर्ण मुलाकात के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष अमर सिंह के निर्देश पर गौ संरक्षण, गौ संवर्धन, और गौशालाओं की स्थिति पर गहन चर्चा हुई।
गौ रक्षा के मुद्दों पर महत्वपूर्ण बातचीत
मोहर सिंह जी ने उपमुख्यमंत्री को प्रदेश में गौशालाओं की वर्तमान स्थिति, गौ रक्षा से जुड़े आवश्यक सुधारों, और गौ संरक्षण के लिए आवश्यक सरकारी सहायता पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गौ माता की सुरक्षा और देखभाल के लिए सरकार और सामाजिक संगठनों के बीच समन्वय आवश्यक है।
सरकार की भूमिका और समर्थन
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने गौ रक्षा मिशन के प्रयासों की सराहना करते हुए आश्वासन दिया कि सरकार इस दिशा में हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गौशालाओं की स्थिति सुधारने, गोवंश की देखभाल को और अधिक प्रभावी बनाने और गायों के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
गौ रक्षा मिशन की मांगें और सुझाव
मोहर सिंह जी ने सरकार से निम्नलिखित मांगें और सुझाव रखे:
1. गौशालाओं के लिए अनुदान – सभी पंजीकृत गौशालाओं को पर्याप्त आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।
2. गौ तस्करी पर सख्ती – प्रदेश में अवैध गौ तस्करी रोकने के लिए सख्त कानून और निगरानी की व्यवस्था की जाए।
3. गौ-आधारित कृषि को बढ़ावा – जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए गौ आधारित उत्पादों (गौ मूत्र, गोबर) के उपयोग को बढ़ावा दिया जाए।
4. गौ चिकित्सालयों की स्थापना – अधिक से अधिक गौ अस्पताल खोले जाएं, जिससे बीमार और घायल गायों का उचित उपचार हो सके।
गौ रक्षा मिशन द्वारा किए जा रहे प्रयासों को देखते हुए सरकार का समर्थन मिलना अत्यंत आवश्यक है। मोहर सिंह जी और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक की यह मुलाकात गौ रक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। प्रदेश सरकार और गौ सेवा संगठनों के संयुक्त प्रयास से गौ माताओं की सुरक्षा और संरक्षण के लिए ठोस कार्य योजना बनाई जा सकती है।
- भारत गौ रक्षा मिशन